नई दिल्ली(प्रजातंत्र शक्ति,त्रहण) उत्तर प्रदेश चुनाव के सातवें चरण की वोटिंग में 2 दिन बचे थे, तभी कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पेट्रोल पर एक ट्वीट किया। लिखा, "फटाफट पेट्रोल टैंक फुल करवा लीजिए, मोदी सरकार का चुनावी ऑफर खत्म होने जा रहा है।" उसके पहले भी सोशल मीडिया पर आम लोग चुनाव के बाद पेट्रोल के भाव बढ़ने की आशंका जता रहे थे। 3 नवंबर को दिवाली से एक दिन पहले केंद्र की बीजेपी सरकार की तरफ से एक आदेश आया। उसमें कहा गया, "आज से पेट्रोल पर लगे एक्साइज ड्यूटी में 5 रुपए और डीजल में एक्साइज ड्यूटी 10 रुपए प्रति लीटर कम किया जाता है।" इसके अगले दिन दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 110.04 रुपए से घटकर 103.97 रुपए हो गई। डीजल 98.42 रुपए से घटकर 86.67 रुपए लीटर हो गया।बीजेपी सरकार के इस ऐलान को लोगों ने यूपी समेत पांच राज्यों के चुनाव से जोड़ा गया। कहा गया कि ये छूट चुनावी है। लेकिन, अब चुनाव खत्म हो गए हैं। कच्चे तेल के भाव भी दोगुना रेट की ऊंचाई को छू गया। यानी अब तेज के दाम बेतहाशा बढ़ेंगे। लेकिन, ये पूरा सच नहीं है। रूस और युक्रेन के बीच जारी युद्ध के कारण अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल का दाम तेजी से बढ़ते हुए 7 मार्च को 139.13 डॉलर पर पहुंच गया। इससे पहले 2008 में कच्चे तेल का दाम 140 डॉलर प्रति बैरल पहुंचा था। लेकिन, अब कीमत तेजी से गिर रही है। 10 मार्च को रेट 108.7 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। जानकार बताते हैं कि रेट में गिरावट का क्रम अभी चलता रहेगा।महंगा नहीं, 2-3 रुपए सस्ता हो सकता है डीजल-पेट्रोलबीपीसीएल के चेयरमैन अरुण कुमार सिंह कहते हैं, "कच्चे तेल का अभी जो दाम है वह तमाम देश बहुत दिनों तक बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे। अगले दो हफ्ते में रेट 90 डॉलर तक आने की पूरी उम्मीद है। अगर रूस और यूक्रेन की लड़ाई का मसला हल हो जाए तो भाव पहले के जैसे और नीचे आ सकते हैं। पेट्रोल के दाम 2 से 3 रुपए सस्ता हो सकता है।"